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दक्षिण एशिया एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के संदर्भ में भारत की भौगोलिक स्थिति का तुलनात्मक विवेचन कीजिए

भारत की स्थिति- भारत उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। कर्क रेखा इसके बीच में होकर निकलती है जो कि देश को महाद्वीपीय और उष्ण कटिबंधीय नामक वृहद् जलवायु प्रदेशों में ...

By India Govt News

Published On: 16 September 2023 - 7:31 AM
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भारत की स्थिति- भारत उत्तरी गोलार्द्ध में स्थित है। कर्क रेखा इसके बीच में होकर निकलती है जो कि देश को महाद्वीपीय और उष्ण कटिबंधीय नामक वृहद् जलवायु प्रदेशों में विभाजित करती है। 8212° पूर्वी देशान्तर रेखा देश के लगभग मध्य से होकर निकलती है। इससे पूर्व और पश्चिम के भागों के समय में प्रति देशान्तर 4 मिनट का अन्तर रहता है। ग्रीनविच रेखा से यह देश की प्रामाणिक समय देशान्तर रेखा भी है।

दक्षिण एशिया व दक्षिणी-पूर्वी एशिया के देश-दक्षिण एशिया तथा दक्षिणी-पूर्वी एशिया के देश इस प्रकार हैं-

दक्षिण एशिया के देश-दक्षिणी एशिया में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, नेपाल, श्रीलंका व भूटान देश आते हैं। इन देशों में भारत सबसे अधिक क्षेत्रफल वाला तथा भूटान सबसे कम क्षेत्रफल वाला देश है ।

दक्षिण-पूर्वी एशिया के देश-दक्षिण-पूर्वी एशिया में इन्डोनेशिया, म्यांमार (बर्मा), थाइलैण्ड, वियतनाम, मलेशिया, फिलीपाइन, लाओस, कम्पूचिया, बूनी, हांगकांग व सिंगापुर देश स्थित हैं। इनमें सबसे अधिक क्षेत्रफल इण्डोनेशिया का है व सबसे कम क्षेत्रफल सिंगापुर का है।

दक्षिण एशिया एवं दक्षिण-पूर्व एशिया के देशों के संदर्भ में भारत की भौगोलिक स्थिति का तुलनात्मक विवेचन कीजिए।


दक्षिण एशिया के देशों के संदर्भ में भारत की तुलनात्मक स्थिति

भारत दक्षिण-एशिया का महत्त्वपूर्ण देश है। दक्षिण एशिया के अन्य देशों से भारत की तुलनात्मक भौगोलिक स्थिति को निम्नलिखित बिन्दुओं की सहायता से स्पष्ट किया गया है-

(1) क्षेत्रफल-क्षेत्रफल की दृष्टि से दक्षिण एशिया के देशों में भारत का स्थान प्रथम है। भारत का क्षेत्रफल 32.87 लाख वर्ग किमी. है, जबकि पाकिस्तान का क्षेत्रफल 8.04 लाख वर्ग किमी, बांग्लादेश का क्षेत्रफल 1.44 लाख वर्ग किमी, नेपाल का क्षेत्रफल 1.41 लाख वर्ग किमी, श्रीलंका का क्षेत्रफल 0.66 लाख वर्ग किमी. तथा भूटान का क्षेत्रफल 0.47 लाख वर्ग किमी. है।

(2) जनसंख्या-भारत की जनसंख्या सन् 2011 की जनगणना के अनुसार 121.02 क्रोड़ तथा सन् 2001 की जनगणना के अनुसार 102.7 करोड़ थी, जबकि उस समय पाकिस्तान की जनसंख्या लगभग 15.60 करोड़, बांग्लादेश की जनसंख्या लगभग 12.83 करोड़, नेपाल की जनसंख्या 2.43 करोड़, श्रीलंका की जनसंख्या लगभग 1.88 करोड़ तथा भूटान की जनसंख्या लगभग 0.20 करोड़ थी। इस प्रकार भारत की जनसंख्या दक्षिण एशिया के अन्य देशों की जनसंख्या से बहुत अधिक है।

(3) वन-भारत में वन क्षेत्र सम्पूर्ण भूमि का 19.27% है। पाकिस्तान में वन क्षेत्र कुल भूमि क्षेत्र का 4.8% है। बांग्लादेश में वन क्षेत्र कुल भूमि का 7.4%, नेपाल में वन क्षेत्र कुल भूमि क्षेत्र का 35.2%, श्रीलंका में वन क्षेत्र कुल भूमि क्षेत्र का 27.8% है।

इस प्रकार स्पष्ट है कि दक्षिण एशिया के सभी देशों में नेपाल ही एक ऐसा देश है जिसके कुल भूमि क्षेत्र के सर्वाधिक भाग में वन क्षेत्र फैले हैं।

(4) कृषि – भारत में तीन प्रकार की फसलें पैदा की जाती हैं जिन्हें रबी, खरीफ और उन्हालू कहा जाता है। यहाँ प्रमुख रूप से चावल, कहवा, गेहूँ, गन्ना, कपास, नारियल, मूंगफली व चाय का उत्पादन होता है ।

पाकिस्तान गेहूँ, चावल और गन्ने में आत्मनिर्भर है। इसकी प्रमुख फसलें गेहूँ, चावल, गन्ना, कपास, आलू, मक्का, संतरे, प्याज आदि हैं।

बांग्लादेश जूट का प्रमुख उत्पादक देश है। इसके अतिरिक्त यहाँ की प्रमुख फसलें चावल, गन्ना, गेहूँ, आलू, केला व दालें हैं।

नेपाल की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। यहाँ की मुख्य फसलें चावल, गन्ना, मक्का, गेहूँ, आलू आदि हैं।

श्रीलंका की प्रमुख फसलें चावल, नारियल, गन्ना, चाय, कहवा, रबर, आम आदि हैं।

भूटान में पैदा होने वाली मुख्य फसलें संतरा, चावल, मक्का, गन्ना, आलू, सेव, गेहूँ आदि

इस प्रकार स्पष्ट है कि दक्षिण एशिया के सभी देशों में लगभग समान प्रकार की फसलों का उत्पादन होता है। परन्तु अन्य देशों की तुलना में भारत की कृषि उत्पादन की मात्रा बहुत अधिक तथा विविधतापूर्ण है ।

(5) खनिज-भारत में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज कोयला, लौह-अयस्क, लिग्नाइट, बॉक्साइट, क्रोमाइट, ताँबा, सोना, मैंगनी, जस्ता, लाइमस्टोन, नमक, यूरेनियम, डोलोमाइट, चाँदी आदि हैं।

पाकिस्तान में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज कोयला, क्रोमाइट, लाइमस्टोन, जिप्सम, रॉक नमक, डोलोमाइट, चाइना क्ले, फायर क्ले, बॉक्साइट, सल्फर, मार्बल, फ्लुओराइट आदि हैं । बांग्लादेश के प्रमुख खनिज लिग्नाइट, लाइमस्टोन, चाइना क्ले तथा सीसा हैं । नेपाल के प्रमुख खनिज लाइमस्टोन, नमक, टेलकम, लिग्नाइट व मैग्नेसाइट हैं श्रीलंका का प्रमुख खनिज ग्रेफाइट है। यहाँ के अन्य खनिज इल्मेनाइट, नमक आदि हैं। भूटान में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज लाइमस्टोन, मार्बल, डोलोमाइट, स्लेट, ग्रेफाइट, सीसा, ताँबा, कोयला, जिप्सम, ब्रेयल, अभ्रक आदि हैं ।

दक्षिण-पूर्वी एशिया के देशों के संदर्भ में भारत की तुलनात्मक स्थिति

दक्षिणी-पूर्वी एशिया के देशों के संदर्भ में भारत की स्थिति को निम्नलिखित बिन्दुओं के द्वारा स्पष्ट किया गया है-

(1) क्षेत्रफल- भारत का क्षेत्रफल 32.87 लाख वर्ग किमी. है जबकि दक्षिणी-पूर्वी एशिया के देशों में इण्डोनेशिया का क्षेत्रफल 19.19 लाख वर्ग किमी., म्यांमार का क्षेत्रफल 6.78 लाख वर्ग किमी, थाइलैण्ड का क्षेत्रफल 5.14 लाख वर्ग किमी., वियतनाम का क्षेत्रफल 3.33 लाख वर्ग किमी, मलेशिया का क्षेत्रफल 3.30 लाख वर्ग किमी, फिलीपाइन का क्षेत्रफल 2.97 लाख वर्ग किमी, लाओस का क्षेत्रफल 2.37 लाख वर्ग किमी, कम्पूचिया का क्षेत्रफल 1.81 लाख वर्ग किमी., बूनी का क्षेत्रफल 0.06 लाख वर्ग किमी, हांगकांग का क्षेत्रफल 0.01 लाख वर्ग किमी. तथा सिंगापुर का क्षेत्रफल 0.006 लाख वर्ग किमी. है। इस प्रकार भारत का क्षेत्रफल दक्षिणी-पूर्वी एशिया के सभी देशों से अधिक है।

(2) जनसंख्या-भारत की जनसंख्या सन् 2011 की जनगणना के अनुसार 1212 करोड़ थी । इण्डोनेशिया की जनसंख्या सन् 2000 में 21.2 करोड़, म्यांमार की जनसंख्या 4.93 करोड़, थाइलैण्ड की 6.06 करोड़, मलेशिया की जनसंख्या 2.23 करोड़, फिलीपीन्स की 7.50 करोड़, लाओस की 0.56 करोड़, कम्पूचिया की 1.25 करोड़, हांगकांग की जनसंख्या 0.68 करोड़ तथा सिंगापुर की जनसंख्या 0.40 करोड़ थी।

इस प्रकार भारत दक्षिणी-पूर्वी एशिया के सभी देशों से अधिक जनसंख्या वाला देश है।

(3) वन-भारत में कुल वन क्षेत्र सम्पूर्ण भूमि का 19.27% है। इण्डोनेशिया में कुल वन क्षेत्र कुल भूमि का 60.6% है। म्यांमार में कुल वन क्षेत्र कुल भूमि का 41.3% है। थाइलैण्ड में कुल वन क्षेत्र सम्पूर्ण भूमि का 22.8% है। फिलीपाइन्स में वन क्षेत्र कुल भूमि का 22.7% है 1 लाओस में वन क्षेत्र कुल भूमि का 53.9% है। कम्पूचिया में यह कुल भूमि का 55.7% सिंगापुर में यह कुल भूमि का केवल 4.3% है।

इस प्रकार भारत में सम्पूर्ण भूमि के बहुत कम क्षेत्र पर वन हैं जबकि दक्षिणी-पूर्वी एशिया में इण्डोनेशिया एक ऐसा देश है जिसकी कुल भूमि के 60.6% भाग पर वन हैं


(4) कृषि –
भारत में प्रमुख रूप से गेहूँ, गन्ना, चावल, आलू, आम, केला, नारियल, मूंगफली, कपास, कहवा, प्याज, गोभी, चाय आदि कई फसलों की कृषि की जाती है
इण्डोनेशिया में प्रमुख रूप से चावल, गन्ना, नारियल, कहवा, केला, पॉम ऑइल, प्राकृतिक रबर, गोभी, आलू, सूखी बीन्स, आम, पपीता, अनन्नास आदि अनेक फसलों की कृषि की जाती है । इण्डोनेशिया नारियल उत्पादन में विश्व का सबसे बड़ा उत्पादक देश है।

थाइलैण्ड में प्रमुख रूप से चावल, गन्ना, कहवा, प्राकृतिक रबर, अनन्नास, केला, नारियल, आम, सोयाबीन, प्याज आदि अनेक फसलों का उत्पादन होता है। थाइलैण्ड प्राकृतिक रबड़ व अनन्नास उत्पादन में विश्व का प्रमुख उत्पादक देश है ।
फिलीपीन्स में प्रमुख रूप से गन्ना, नारियल, चावल, मक्का, केला, गिरी (Copra), अनन्नास आदि फसलों का उत्पादन होता है।

लाओस में प्रमुख रूप से गन्ना, मक्का, मीठा आलू, कहवा, अनन्नास, खरबूजा, आलू, संतरा आदि का उत्पादन किया जाता है।

कम्पूचिया में प्रमुख रूप से चावल, मक्का, संतरा, सोयाबीन, नारियल आदि का उत्पादन होता है।

(5) खनिज-भारत में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज कोयला, लौह-अयस्क, लिग्नाइट, बॉक्साइट, क्रोमाइट, ताँबा, सोना, मैंगनीज, जस्ता, लाइमस्टोन, नमक, यूरेनियम, डोलोमाइट, चाँदी आदि हैं ।

इण्डोनेशिया में पाए जाने वाले प्रमुख खनिज कोयला, काँबा, निकल, नमक, बॉक्साइट, लौह-अयस्क, चाँदी, सोना तथा टिन हैं। यहाँ सर्वाधिक खनन कोयले का होता है।

म्यांमार में प्रमुख रूप से सान्ध्र जिंक, निकल, एन्टीमोनियल लीड, शोधित सीसा, सांध्र टिन, सान्ध्र टंगस्टन, परिष्कृत चाँदी, सोना, परिष्कृत टिन धातु, सांध्र ताँबा, कठोर कोयला, लिग्नाइट आदि खनिज पाए जाते हैं।

थाइलैंड में प्रमुख रूप से टिन अयस्क, वोल्फॉर्म, स्केलाइट, एंटीमनी, कोयला, ताँबा, सोना, लोहा, सीसा, मैंगनीज, चादा, माणक (Ruby), जस्ता, लाइमस्टोन, लग्नाइट, जिप्सम आदि खनिज पाए जाते हैं।

मलेशिया में प्रमुख रूप से बॉक्साइट, लौह-अयस्क, सान्ध्र ताँबा, टिन, कोयला आदि खनिज पाए जाते हैं।

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